बौद्ध ग्रंथ तिपितक में श्री राम कहाँ से आये?
बौद्ध ग्रंथ तिपितक में श्री राम कहाँ से आये? By RAKESH MAURYA - July 06, 2019 बुद्ध और बौद्ध गर्न्थों का जन्म श्री राम के बाद हुआ है, बुद्धिस्ट और भीम अनुयाई कितना ही श्री राम को गाली दे डालें लेकिन जाने और अनजाने में वह बुद्ध को और उनके वचन और धर्म ग्रंथ तिपिटक में उनकी वाड़ी को ही झुठला रहे है बौद्ध ग्रंथों में श्री राम ,सीता और उनके पिता अथवा चारों भाइयों का जिक्र होने से यह साबित होता है की बौद्ध ग्रंथ तिपिटक और बुद्ध का जन्म श्री राम के बाद हुआ | या दूसरी सदी में सन 76 ई० के आस पास सर्वप्रथम कनिष्क के समय मे त्रिपिटिक को लिपिबद्ध किया गया " कनिष्क के पूर्व बुद्ध या बौधों का कोई लिखित साक्ष्य कही प्राप्त नही होता , यहाँ तक कि न यूनानी दार्शनिक मेगस्थनीज की इंडिका में न ही अशोक के शिलालेख में यहा तक कि चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार मे आया विदेशी राजदूत मेगस्थनीज अपनी पुस्तक इंडिका में कही बुद्ध या बौधों का जिक्र नही करता ,, हां कृष्ण और शिव की उपासना का जिक्र उसने जरूर किया है। ,,, अतः यह कहना कि त्रिपि...